[1]
‘जो लोग मन को नहीं भाते , सदा संभल कर चलो उनसे’ ,
‘जो दिल से प्यार करते हैं ‘, उन्हें संभाल कर रखना सदा ‘|
[2]
‘ न जाने क्यों हम सुचरित्र पेश नहीं करते ‘,
‘दिखावा करके वाहवाही लूटना , शान समझते हैं ‘ |
[3]
‘जो आपको चाहते हैं , बस उन्हें तलाशिए ,’
‘जिन्हें तुम्हारी जरूरत है ,ढूंढ ही लेंगे तुझे ‘|
[4]
‘ माँ- बाप की हर बात पर एतराज़ ही एतराज़ है ‘,
‘ज्यों-ज्यों उम्र बढ़ेगी सही का अहसास भी ही जाएगा ‘ |
[5]
‘ दिन क्या चीज है जब दिल भी बदल जाते है साहिब ‘,
‘किसी के दिन बदले किसी का दिल’ ‘,कसमसा रही है जिंदगी ‘|
[6]
माचिस और क्रोध’ एक दूसरे के पर्यायवाची हैं ‘,
‘औरों को जलाने से पहले , खुद को जलाते हैं ‘ |
[7]
‘ तू खुद खुदा का नूर है ‘ , नूर को ही ढूँढता है हर जगह ‘,
‘सुख-चैन का तू खुद समंदर है’ , ‘देख ले फिर भी प्यासा है ‘ |
[8]
‘अच्छी सोच से दिन शुरू करो , मुस्कराते घर में घुसो ‘,
‘ उलझनें स्वम घटती जाएंगी , घर महकता जाएगा ‘ |
[9]
‘अच्छी सोच से दिन शुरू करो , मुस्करते घर में घुसो ‘,
‘ उलझनें स्वम घटती जाएंगी , घर महकता जाएगा ‘ |
[10]
‘खुशनसीब है मंदिर में आया है , कान्हा के पास बैठा है ‘ ,
‘अनेकों बदनसीब हैं जिन्हें ,शरण में आना ‘आता ही नहीं “
[11]
‘लाख परर्दों में रहो राधे , ‘ तुम मेरी नस – नस में समाई हो’ ,
‘हल्के में मत लेना इसे ‘, ‘ करोड़ों वर्ष बीतेंगे हमको भूलाने में ‘|