‘पिशाच भी अपनी माँ-बेटी , बहनों पर’ ‘अत्याचार नहीं करता’ ,
‘चरित्र की गरिमा’ ‘इतनी रसातल मे चली जाएगी’,’सोचा न था’ ,
‘आज के परिपेक्ष मे’ ‘ हमारे देश के कानून कामयाब नहीं लगते ‘ ,
‘जाँबाज देश भक्तों की पूरी कमान चाहिए’,’उलट-पलट करने के लिए’ |
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[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…
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शुद्ध सुविचार जीवन के आधार हैं , जरा सोचें
जरा सोचो ‘हवा में लट्ठ’ बहुत चला लिया, कुछ ‘काम की बात’ भी करो,… -
*विश्व का सबसे बड़ा व ‘ वैज्ञानिक समय गणना तंत्र ‘ हमारे ऋषि द्वारा प्रतिपादित*
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