‘समाज का दर्पण’ ‘ भ्रष्टाचार से सरोबार है ‘ , ‘चीख-चीख कर बताता है ‘ ,
‘लोगों का स्वाभिमान’ ‘ समाप्त है’ , ‘भ्रत परंपराओं को ढ़ोने लगे हैं हम ‘ ,
’26 जनवरी ‘ , ‘ 15 अगस्त’ ,’ गांधी -जयंती ‘,’परंपरागत याद भर करते हैं’ ,
‘झण्डा लहराया’ , ‘भाषण हुए’ ,’ घर जा कर भूल गए’ – ‘हम भारतवासी हैं ‘ |