‘दर्द देने वाले अनेकों मिल जाएंगे ,सहलाने वाले नहीं मिलते ‘,
‘अगर घर में आग लग जाए तो ,बुझाने वालों को ढूंढते रह जाओगे ‘|
[2]
‘उम्र छोटी थी उलझनें ज्यादा’,’सुख की तलास में उम्र निकल गयी ‘,
‘ सुख का सुख जब लेने लगा ‘ ,’ उम्र धोखा दे गयी मुझको ‘|
[3]
‘ अजब दस्तूर है -कितनी भी सुंदर बात की जाए , मानते ही नहीं ‘,
‘अगर ज़रा सी बात हल्की रह जाए ,बुरा मानने में देर नहीं करते ‘|
[4]
‘वर्तमान उधार रख कर खुशी खरीदेगा ”तो पछताएगा ‘,
‘खुशी तो आज हाजिर है’ ,’कल किसने देखा है जनाब ‘|
[5]
‘सही दिशा मे की गयी मेहनत अपना रंग दिखाती जरूर है ‘,
‘कुछ नया करने की राह ,मुकाम पर पहुँच कर ही रुकती है ‘|
[6]
‘ जो रब की रज़ा में राज़ी पाये जाते हैं, मस्त होते हैं ,’
‘ उन्हीं की जिंदगी असली नज़रों से भरपूर रहती है ‘|
[7]
‘एक व्यक्ति तरक्की करता है’,’दुसरे ने जिंदगी भर मेहनत की ,फिर भी कमजोर’ ,
‘यह सिर्फ सकारात्मक या नकारात्मक सोच का दांव पेंच है ,बाकी कुछ नहीं ‘,
‘ दूसरों को कोसना , निंदा करना ‘, ‘खुद की लापरवाही का नमूना है केवल ‘,
‘ अपने वर्तमान को नकारात्मक रवैये की भेंट करना बंद करो मित्रों ‘|
[8]
‘व्रत , खेलकूद , व्यायाम , मालिस , व नित्य स्नान हमारी जरूरत हैं’ ,
‘ये नित्य प्रयोग करके कई बीमारियों को काबू किया जा सकता है’ ,
‘यदि आप स्वम लगातार प्रयास करें तो सभी अभियस्त हो जाएंगे ‘,
‘गर पैर गरम, पेट नरम , सिर ठंडा रक्खोगे तो बीमारी भाग जाएगी’ |
[9]
‘जब वर्तमान में कोई दुःख आता है’ , बीता समय भी याद आता है ‘,
‘हमारे मन में कोई गांठ नहीं होती’ ,’ सिर्फ याद का झरोखा सा है’ ,
‘यदि अतीत भूलते गए तो’ ‘सभी दुःख स्वम दूर होते जाएंगे’ ,
‘बर्ताव से दुःख/दर्द निर्मित होता है’,’बदलाव’ ही ‘शुभ संकेत देता है’ |