Home कोट्स Motivational Quotes ‘दिल’ को थकने न दो,’रिस्ते और रास्ते’ दोनों खतम |’ सुलह के रास्ते’ खुले रक्खो |

‘दिल’ को थकने न दो,’रिस्ते और रास्ते’ दोनों खतम |’ सुलह के रास्ते’ खुले रक्खो |

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जरा सोचो
‘दिल’  क्या  थका, ‘ रिश्ते ‘  और  ‘रास्ते’ ‘दोनों  खत्म  मिले’,
‘दिल’  के  जीते  ‘जीत’  है , ‘दिल’  हारे  तो  ‘हार’  है  सबकी !

[2]

जरा सोचो
‘सतकारी’  होकर  भी  ‘रोमांटिक ‘  बने  रहना  कुछ  बुरा  नहीं,
‘बढ़ती  उम्र’ का  एहसास  भी ‘परास्त’ नहीं  कर  पाएगा  उसको !

[3]

जरा सोचो
‘उम्र ‘ से  बूढा  जरूर  हूं  पर  ‘तन’  से  पूर्ण  ‘स्वस्थ’  हूं,
हर  ‘कार्य’ तन्मयता  से  करता  हूं ,थकता  नहीं  कभी ,
वक्तानुसार  ‘ तजुर्बे  ‘ में  इजाफा  करना  भूलता  नहीं,
‘खाली’ रह कर  भी  न जाने  क्या-क्या ‘सीख’ जाता  हूं ?
[4]
जरा सोचो
‘यादों  की  किताब’  बन  कर  ‘उम्र’  कट  रही  है  रात  दिन,
‘प्रेम  सागर’  में  ‘गोते’  लगाकर , ‘हम’  क्यों  नहीं जी ते  ?
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जरा सोचो
‘खुद’  के  प्रति  ‘कठोर’,  ‘दूसरों’  के  प्रति  ‘उदार’,  ‘सभ्यता’  का  प्रारूप  है ,
आपका  ‘जीवन ‘  समाज  हेतु  ‘प्रेरणा  स्रोत’  बने  रहना  ‘सदा  उत्तम’ !
[6]
जरा सोचो
रूठ  कर  ‘ दरवाजे ‘  बंद  मत  करो , ‘ बंद  करो ‘  तो  ‘ खिड़की ‘  खुली  रखो,
एक  दिन ‘मान” जाएगा, ‘गिले -शिकवे’ दूर  होंगे,’जिंदगी’  रफ्तार  पकड़  लेगी |
[7]
जरा सोचो
देखा  है  जो  सदा ‘दूसरों  का  मूल्यांकन’ करते  हैं, ‘आनंदित’ नहीं  रहते,
जो  ‘ खुद  का  मूल्यांकन ‘  करके , ‘आगे’  बढ़ते  हैं , ‘दुख’  नहीं  उठाते !
[8]
जरा सोचो
‘औरत’  बिकी  तो  ‘वैश्या’ ,’मर्द’  बिका  तो  ‘दूल्हा’ , वाह  री  दुनिया,
देश  की  यह  ‘द्विभाषी  तस्वीर’  हर  हाल  में ‘ चकनाचूर’  होनी  चाहिए |
[9]
जरा सोचो
‘वह’  मेरी  ‘ धड़कनों ‘  में  समाया  है ,  कैसे  कहूं  बता  ?
चाहे  जो ‘घटित’  हो,जुबां  पर ‘उसका  नाम’ ही छलकता  है !
[10]
जरा सोचो
‘सुमिरन’  मन  से  करें  या  न  करें , ‘कर्मफल’  मिलता  जरूर  है,
‘कुकर्मों’  से  बचा  रहना  ही , समाज  का  ‘स्वयंसेवक’ बना  देगा !
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