जरा सोचें सायंकाल 7 बजे हों , आप घर जा रहे हों , ऐसे में अचानक आपके सिने में दर्द हो जाए जो बढ़ते-बढ़ते आपके हाथों से होता हुआ आपके जबड़ों तक पहुँच जाए |आप घर से 4 – 5 मील दूर हों और आप यह न समझ पाएँ कि घर पहुँच पाएंगे या नहीं , ऐसे में इस दिल के दौरे से बचने के लिए ये उपाय आज़माएँ :-
ज़्यादातर लोग दिल के दौरे के वक्त अकेले होते है औरबिना किसी कि मदद के उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही हो ,ऐसे में वो बेहोश होने लगते हैं | समय का अभाव नज़र आता है |
“ ऐसे हालत में पीड़ित व्यक्ति ज़ोर-ज़ोर से खाँस –खाँस कर खुद को सामान्य रख सकता है | बहुत ज़ोर से खांसी लेनी चाहिए और लगातार तब तक खाँसते रहें जब तक छाती से थूक न निकलने लगे |तात्पर्य यह है कि जब तक मदद न आए तब तक खाँसते ही रहें | यह प्रक्रिया हर दो सेकंड में दोहराते रहें ताकि धड़कन सामान्य हो जाए “ |
ज़ोर की साँसे फेफड़े में ऑक्सीज़न पैदा करती है और ज़ोर से खाँसने की वजह से दिल सिकुड़ता है जिससे रक्त का संचालन नियमित रूप से चलने लगता है और जान बचने की पूरी संभावना बन जाती है |
डॉक्टर अनुपम कुमार ( सी पी आर )
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