“देश मे रोज़ अज़ब नज़ारा देखने को मिलता है ” ,
“गाड़ी सिग्नल पर खड़ी है , पीछे किसी को सब्र नहीं “,
“हॉर्न पर हॉर्न” , “जहां जगह देखी – गाड़ी पार्क कर दी “,
“ट्रैफिक ज़ाम” , “आड़ा-तिरछा गाड़ी खड़ी” , “होशियार बनते हैं “,
“ज़रा सी जगह मिली ‘ , ‘गाड़ी तुरंत रफ्तार पकड़ लेती है ‘ ,
‘चाहे गाड़ी “- “गाड़ी में ‘ या ‘खंबे में ‘ ‘टकरा जाए ‘, ‘होता रहे ‘ ,
‘ट्रैफिक सेंस ‘- ‘नानसेन्स बन गयी है ‘ ‘आज हमारे देश में ,’
‘गाड़ी चलना सीखा नहीं ‘ , ‘ सिर्फ उसकी फीस जमा करा दी’ ,
‘गाड़ी दौड़ा दी ‘ , ‘ लोग सड़कों पर मरने को मजबूर हैं ‘ ,
‘ड्राइविंग लाइसेन्स अनेकों फर्जी ‘, ‘नियम तोड़ने वालों की भरमार’ ,
‘पुलिस ट्रैफिक की धन -वसूली ‘ , ‘ एक दिन देश को डूबा देगी ‘ ,
‘देश में कानून बहुत बने है ‘, ‘पर धज्जियां उड़ाने वाले अधिक’ ,
‘देश के कर्णधारों’ ! ‘जागो’ ! ‘देश का कुछ तो भला करने की सोचो’ ,
‘छोटी कक्षाओं से ही’ ” जीवन जीने की कला ”विषय को निर्धारित करो’ |