[1]
“बुरा वक्त आया बहुत अच्छा हुआ” ,” बहुत कुछ सीखा गया ” ,
“अपनों में गैर छिपे बैठे थे” “,गैरों ने अपनापन दिखाया था “|
[2]
“दिल को सदा ‘ प्रेम’, ‘स्नेह’ और ‘सम्मान’ के ‘ फूलों से सजाये रखना’ ,
‘न जाने कब उल्टी आँधी चल पड़े’, ‘कुछ करने का मौका ही न मिले’ |
[3]
“सकून की जिन्दगी जीने का मौका” “कम ही मिलता है” ,
“कोई लौटा दे मेरे बीते हुए’ ‘सकून के मस्ती के वो दिन’ |
[4]
“जब दुनियाँ की महफिलों से थक जाओ”,”चले आना” ,
“आवाज़ मत देना मुझे” , ” आज भी अकेले रहते हैं” |
[5]
“रातें बदलती हैं सपने नहीं” “,रास्ते बदलते हैं मंज़िलें नहीं” ,
“उम्मीद का दामन पकड़े रक्खो “,” बहार जरूर लौटेंगी” ,
“भाग्य बदले या न बदले”, “समय निश्चित ही बदलता है” ,
“जीवट बन कर डटे रहो “, ” सबका भला करेंगे राम ” |
[6]
“जब भगवान की मूर्ति टूटती है” “तुरंत मंदिर से रुखसत कर देते हैं” ,
“तू तो एक मानव मात्र है ” ,” तेरे लिए रियायत क्यों रक्खेगा कोई “,
“परिस्थितियाँ कैसी भी हों ” “कभी भी टूटने मत देना खुद को भाई “,
“सारी दुनियाँ का नालायक आदमी ” “साबित कर देंगे मिलकर सभी “|
[7]
“यदि रिस्ते निभाना चाहते हो तो” ” नम्रता का आवरण ही चाहिए” ,
“छल-कपट से भरे रहते हो सदा” ,”महाभारत ही रच पाओगे केवल ” |
[8]
“दोस्ती”
“दोस्ती की कद्र करो, ” दोस्त तो जिंदगी को जन्नत बना देते हैं ” ,
“फिर पीछे से कहते फिरोगे” ,”वो तो मेरा नहीं ,यारों का यार था ” |
[9]
“खुश रहने की कला को ” “अपनी फितरत में जरा शुमार कर के देख “,
“हर कोई तेरा दीवाना हो जाएगा “,”जीने का अंदाज़ भी बदल जाएगा तेरा “|
[10]
“करोड़ों इश्क के मारे” , ” मारे गए बेदर्दी से जमाने में” ,
“इश्क के मारों की अब भी” “लंबी कतार दिखाई देती है” |