[1]
‘मैंने कहा -जो तुम्हें भूल गया है उसे बार-बार क्यों याद करते हो ‘,
‘वो बोले – मैं सिर्फ रिस्ता निभाता हूँ हिसाब – किताब नहीं रखता ‘|
[2]
‘किसी कार्य को छोटा समझ कर ‘न करना’ दुर्भाग्य है सबका’ ,
‘लोग क्या सोचेंगे’ ‘यही निकम्मी सोच निकम्मा बना देगी हमें ‘|
[3]
‘जो अच्छा है उसे करो’,’जो बुरा है उससे बचो ‘, त्याग दो ‘,
‘अपने ऊपर हम जैसी मोहर लगाएंगे’ ,’वैसे ही बन जाएंगे ‘|
[4]
‘ खुश रहने के नए – नए रास्ते खोजो , जीवन में सबको सब कुछ नहीं मिलता’,
‘अपना अधूरापन पूरा करो’,’खुद को खुद से जोड़ो’,’मानसिक तनाव न आने दो मन में ‘|
[5]
‘ अगर धैर्य खो दिया तो समझो मुसीबत बढ़ गयी तेरी’
‘हर उलझन में धैर्य ही सबसे बड़ी ताकत कहाती है ‘ ,
‘जो भी करो’ ‘ सोच-विचार कर करो’,’पछताना नहीं पड़ता’ ,
‘कामयाबी न मिले तो खुद को मत कोसो’,’फिर कोशिश करो’ |
[6]
‘नीम कडुआ होता है पर नरम है’,’सभी के काम आता है’,
‘सिर्फ नीम बन’,’नागफनी बनाने को किसने कहा तुमसे ‘?
[7]
‘बुराई करना और बुराई सुनना ‘ दोनों हराम हैं सबके लिए ‘,
‘हम बड़े बेसुकरे हैं ‘,’मौका मिलते ही बुराई में बहक जाते हैं ‘|
[8]
‘दुनियाँ में सबसे फायदे का सौदा’ ,’बुजुर्गों के पास बैठना है ‘,
‘चंद लम्हों के बदले आपको ‘,’वर्षों का तजुर्बा भेंट करते हैं ‘|
[9]
‘अपने जीवन पथ को स्रजनात्मक दिशा दें’ ,’ सकारात्मक रहें ‘,
‘अपने अभावों को अभिशाप नहीं ‘,’वरदान मान कर आगे बढ़ें ‘ ,
‘सुविधाओं की कमी को’ ,’ कुछ कर दिखाने का अवसर मानें ‘,
‘अपने स्वभाव का सही उपयोग करें’,’काम करने की जरूरत है’ |