[1]
रिस्ते ‘,’ ह्रदय ‘,’ वचन ‘,’ विश्वास ‘ ,’ टूटने मत देना कभी ‘,
‘इनके टूटने की आवाज़ नहीं आती ‘,’इंसान जरूर टूट जाता है ‘|
[2]
‘अडिग रह कर आगे बढ़े तो रास्ते आसान होते जायेंगे’,
‘ खुद पर विश्वास तुझे हर मंजिल से मिला देगा ‘|
[3]
‘आपके लिए-‘किसी की आँख से निकला आंसूँ बेसकीमती है ‘,
‘आपके कारण -‘दर्द से आंसूँ निकलें ‘जीना तेरा बेमानी है ‘|
[4]
‘अपनी आत्मा को झिंझोड़िए यह परमात्मा का स्वरूप है ‘,
‘इसको बचाओ , सुंदर बनाओ , अपने व्यवहार से सजाओ ‘|
[5]
‘जब भी हम किसी से अपनी शुभ कामनाएँ प्रदर्शित करते हैं ‘,
‘मंगलकारी वातावरण स्वतः हमारे मन में प्रवेश कर लेता है ‘|
[6]
‘जब याद के पल घेर लेते हैं चेहरा गमगीन हो ही जाता है ‘,
‘काश ! हमें समझने का मौका तलाश कर लेते तो अच्छा था ‘|
[7]
‘ भीड़ का हिस्सा मत बनो , शेर बन करके जियो ‘,
‘प्रकाश का इंतज़ार किसलिए ,खुद प्रकाश बन कर उभर ‘|
[8]
प्रभु उवाच –
‘यूं तो गलीचे बिछा कर सभी मेरा गुणगान करते हैं ,’
‘जो प्रेम से भरपूर होते हैं मैं मेहरबान हूँ उन पर “|
[9]
‘सत्य’ बहस का विषय नहीं होता ,’प्रभावित करने हेतु भी नहीं ‘,
‘ सत्य ‘ सदा ‘ सत्य ‘ रहता है ‘ ,’कोई रंग नहीं चढ़ता उस पर ‘|
[10]
‘आँखें भी खुदगर्ज़ हैं आंसुओं को टपका ही देती हैं ‘,
‘हँसती आँखों से आँखें चार होती हैं ,तो मुस्कराती हैं ‘|