[1]
पुरानी यादें याद आती है , वक्त कभी नहीं आता ,
क्यों ना हर लम्हा मस्त हो कर जी लिया जाए |
[2]
मेरा विचार
“स्नेह की धुन का कोई तोड़ नहीं है ‘ “कितनी भी कालिख पोत दो ‘
उज्जवल ही पाओगे ” |
[3]
“सही रिस्ते जल की भाति हैं “,”न रंग है” , “न रूप है “
“न कोई स्थान है “, “फिर भी ,जीवन की सर्वोत्तम विधा है” |
[4]
“तुम्हारा सफल जीवन है या असंतुष्ट जीवन ‘ज’रा सोच कर बता “
“सफल का आंकलन दूसरे करते है ‘,’संतुष्टि खुद की संतुष्टि है “|
[5]
“जिंदगी का हर दिन आखिरी समझ बेहतरीन करता चल “,
“जिंदगी के मलाल मिट जाएंगे हमने कुछ भी नहीं किया ” |
[6]
“तन , मन, धन ” यदि पवित्र हैं तो जीवन को मंदिर समझ “,
“यदि ये अपवित्रता का गठबंधन है जीवन को नरक समझ “|