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जहां संतुष्टि है , वहीं सब कुछ है

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जहां संतुष्टि है , वहीं सब कुछ है
जहां संतुष्टि नहीं , करोड़ों भी कम पड़ते हैं ,
परमात्मा से कभी शिकायत मत करो ‘
धन्यवाद दो , सब कुछ दिया तूने हमें |

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