
जहां संतुष्टि है , वहीं सब कुछ है
जहां संतुष्टि नहीं , करोड़ों भी कम पड़ते हैं ,
परमात्मा से कभी शिकायत मत करो ‘
धन्यवाद दो , सब कुछ दिया तूने हमें |
जहां संतुष्टि है , वहीं सब कुछ है
जहां संतुष्टि नहीं , करोड़ों भी कम पड़ते हैं ,
परमात्मा से कभी शिकायत मत करो ‘
धन्यवाद दो , सब कुछ दिया तूने हमें |
‘कामयाबी पर गुमान’ , ‘शेर-दिल ‘ को भी ‘गुमनामी मे ‘ धक…
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