‘शराब कड़वी है परंतु जिंदगी के तजुर्बे उससे भी कडवे हैं ‘,
‘ जवानी में बुढ़ापा और बुढ़ापे में जवानी खूब मिलती है ‘ |
[2]
‘शोहरत’ और ‘दौलत’ पर सभी नाज करते है ,कोई खास बात नहीं ‘,
‘मुकद्दर का सिकंदर वही है जिसके पास सच्चा मित्र है ‘ |
[3]
‘ जब हम हंस सकते है ‘ ‘ तो रोये क्यों ‘,’
‘हंसने का मौका मिला है ,’तो खोये क्यों ‘ |
[4]
“खामोशियों के जख्म गहरे निकले , जब भी ढूँढने निकले ‘,
‘सिर्फ गंदी जबान ही जख्म करती है ,भ्रम टूट गया मेरा ‘ |
[5]
‘ तू चाहे कितना भी दिल दुखा , मैं शांत ही रहूँगा ‘,
‘समय बड़ा जालिम है , सही वक्त पर खुद जबाब दे देगा ‘|
[6]
‘खुन्नसों के दरबार में एक दूसरे की बक्कल उधेड़ी जाती है ,’
‘आदमी आदमी से जलता है , दियासलाई की जरूरत नहीं पड़ती ‘|
[7]
‘जो दर्द को समझते हैं “, ” वो दर्द की वजह नहीं बनते कभी “,
“सिर्फ इंसान से प्यार करना सीखा है” “प्यार बांटना आदत है मेरी ‘|
[8]
यदि विनाश करना है तो देश में ‘आरक्षण ‘ तुरंत लागू कर दो ,
‘अयोग्य ऊँचे पदो पर बैठ जाएंगे ‘,’ विनाश निश्चित समझ ‘|
[9]
प्रभु उवाच —-
‘ तू पाप करके थक गया होगा , मंदिर में आ जाना ‘,
‘ अब से सुधरना शुरू कर दे ‘, ‘छमा कर दूंगा तुझे ‘ |
[10]
‘कुछ मजबूरियाँ हैं ‘ कह कर पीछा छुड़ाना चाहते हैं ‘वो’ ,
‘ खुल कर क्यों नहीं कहते , मैं बेवफा हो गया हूँ अब ‘ |