सुना था ‘ पूरे जम्मू- कश्मीर में ‘ ‘ पुर अमन हिन्द की हकूमत ‘ ‘कायम रहेगी ‘ ,
‘यह सूबा’ ‘ हिन्द का चेहरा बन कर’ ‘ खिलखिलाता रहेगा ‘, ‘अमन बहाल रहेगा’ ,
‘इन शगूफों से’ ‘ कुछ होना होता तो ‘ , ‘कब का हो लिया होता जनाब ‘,
‘अब तो गद्दारों के हलक मे’ ‘ हाथ डाल कर कसो ‘, ‘हल जरूर निकलेगा ‘ |