
‘जब भी’ ‘ झूठ का सहारा लोगे’ , ‘फासले बढ़ते ही चले जाएंगे’ ,
‘सच ‘ ‘कडुआ ज़रूर है’ पर ‘ इन्सान की इंसानियत’ ‘ जाती नहीं कभी’ |
‘जब भी’ ‘ झूठ का सहारा लोगे’ , ‘फासले बढ़ते ही चले जाएंगे’ ,
‘सच ‘ ‘कडुआ ज़रूर है’ पर ‘ इन्सान की इंसानियत’ ‘ जाती नहीं कभी’ |
‘कामयाबी पर गुमान’ , ‘शेर-दिल ‘ को भी ‘गुमनामी मे ‘ धक…
Login