Hon’ble Prime Minister,
Sh Narender Modi ji,
मान्यवर,
आज मै आप का ध्यान एक बहुत ही गम्भीर और महत्वपूर्ण विषय की और खींचना चाहता हूँ ।
ये विषय इतना ज्यादा गम्भीर है कि इसका हमारे देश की राजनितिक, सांस्कृतिक और भोगोलिक परिस्थिति निर्भर करती है ।
और ये गम्भीर विषय है:-
जनसंख्या नियंत्रण?
सर ,
ये तो आप भली- भाँति जानते है कि हम हिन्दू परिवारों मे तो अधिकतम दो बच्चो से ज्यादा पैदा करना हमारी हैसियत से बाहर है । हमारे धर्म मे तो दो बच्चों को पाल- पोस कर बड़ा करना एक बहुत बड़ी महा-भारत के समान है ।
लेकिन इसके विपरीत मुस्लिम समुदाय का तो कोई हिसाब ही नही है । इनका यहाँ तो कोई पाबन्दी नही है । इनके यहाँ तो एक आदमी कम से कम 18-20 बच्चे पैदा करता है । 3-3 शादियाँ करते है । जो कि कानूनन भी जायज है। इनका तो मुख्य उद्देश्य अपना मुस्लिम बहुमत बढाना है । ऐसे तो बहुत जल्द ही हम मुस्लिमो के गुलाम हो जाएंगे । इन्ही की सरकार होगी और इन्ही का राज हो जाएगा ।
इसी सन्दर्भ मे ये बहुत ही महत्वपूर्ण है कि आपकी सरकार ने प्रत्येक महिला के प्रसव पर 6000/-रूपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है ।
जिसका सबसे अधिक फायदा केवल और केवल मुस्लिम समुदाय को ही
होगा । क्योंकि एक व्यक्ति की 3-4 पत्नियाँ है और एक महिला 15 से 20
बच्चो को जन्म देती है । इस प्रकार एक मुस्लिम आदमी को 3 लाख
से 4 लाख तो प्रसुति अनुदान ही मिल जाएगा ।
इनका तो नारा ही है :
जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी ?
सर , हमारे साथ ये कैसा और कितना बड़ा अन्याय है कृप्या ध्यान दीजिए:
1. भारत देश हम हिन्दूओं का देश है हिन्दुस्तान। लेकिन आज हम अपने ही देश मे पराए हो गए है । जबकि यहाँ भाषा , जाति या बिना किसी लिंगभेद सभी रहते हैं |
एक हिन्दू कोई छोटा सा भी अपराध करे तो सारे Media वाले , हमारे ही हिन्दू देशद्रोही नेता (Politician) , सक्रिय हो जाऐंगे । और उल्टा हिन्दूओ को भगवा आतंकवादी , देशद्रोही और ना जाने क्या-क्या डिग्रियों से हमें नवाजेंगे । यानि – चोरी सीनाजोरी ?
इनके विरुद पुलिस , सरकार , सुप्रीम कोर्ट भी कोई कदम नहीं उठा पाते ।
2. एक हिन्दूस्तानी होने के नाते हम अपना टैक्स ईमानदारी से भरने का प्रयास करते हैं । जबकि मुस्लिम आबदी से Tax Colletion ना के बराबर है । हमारे मन्दिरो का सारा चढावा भी इन्ही लोगो के काम आता है ।
सर , कृपया एक बार आप गम्भीरता से सोचिये:
मेरी आप से विनम्र विनती है कि जनसंख्या नियंत्रण पर जल्द से जल्द संसद मे कानून पारित कराएं और प्रसुति अनुदान केवल दो बच्चो तक ही निर्धारित करे ।
सबसे महत्वपूर्ण हमारे अधिकारो को हनन होने से बचायें
देश को सही रास्ते पर ले जाने के लिए यह प्रयास सार्थिक होगा |
इस छोटे से देश हित के प्रयास के लिए छमा प्रार्थी हूँ |
प्रार्थी :-
तारा चंद कंसल