Home ज्ञान छमा ‘- धर्म है , ‘संस्कार’ है , सहनशक्ति का स्वरूप है !

छमा ‘- धर्म है , ‘संस्कार’ है , सहनशक्ति का स्वरूप है !

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‘छमा   से’ ‘ हमारे   संस्कार   पलते   हैं  ‘,  हमारा   अहंकार ‘ ढलता   है  ‘,

‘छमा ‘  शीलवान   का   शास्त्र  ‘ और  ‘ अहिंसक  ‘  का   मोघ- अस्त्र    है  ,

‘छमा’-‘धर्म है’, ‘छमा ‘-यज्ञ  है ‘,’छमा ‘-‘ वेद  है ‘ और ‘छमा’ – ‘शास्त्र है ‘,

‘अहं  से  ऊपर  उठ  कर’  ‘छमा तो ‘ – ‘सहनशील   प्राणी   ही  कर  पाएगा’  |

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