Home कविताएं प्रेरणादायक कविता ‘चिन्ता’ से नहीं ‘चिन्तन’ करने से द्वार खुलते हैं |

‘चिन्ता’ से नहीं ‘चिन्तन’ करने से द्वार खुलते हैं |

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‘जीवन  में चिंता  नहीं’ ‘,चिंतन करने  से’ ‘ सही  रास्ते  खुलते  हैं’ , 
‘ फल   की  इच्छा  त्याग  कर ‘ ‘ लक्ष्य  तै  करो’ , ‘परिश्रमी  बनो’ ,
‘जो भी करो मन से करो’,’आज नहीं तो कल’ ”सफलता मिल जाएगी’ ,
‘सकारात्मक   सोच   खाली   नहीं   जाती  ‘, ‘द्वार   खुल   ही  जाते  हैं ‘ |

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