दहशतगर्द , मीरजाफ़र – कश्मीर में जहानियत की जुबान बोलते रहे ,
देश-द्रोहियों की ज़ुबान ने राष्ट्र की अष्मिता झकझोर कर रख दी ,
कश्मीरी पंडित-यहाँ शरणार्थी हो गए ,धर्म निरपेक्षता का ढ़ोल पिटता रहा ,
घाटी की फिज़ाओं को विषाक्त बनाने वाले नागों पर शिकंजा चाहिए ,
विध्वंस का खेल खेल रहे लोगों का फन कुचलना बहत ज़रूरी है ,
शाबाश – हमारी सरकार , पकड़ – धकड़ करके सार्थक प्रयास तो किया |