‘कोई किसी का दिल तोड़ रहा है’ ‘ तो कोई किसी का भरोसा ‘ ,
“गुलाब” क्यों नहीं बनता’,’खुद को मिटा कर’ ‘दिलों को जोड़ देता है ‘ |
‘कोई किसी का दिल तोड़ रहा है’ ‘ तो कोई किसी का भरोसा ‘ ,
“गुलाब” क्यों नहीं बनता’,’खुद को मिटा कर’ ‘दिलों को जोड़ देता है ‘ |
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