[1]
‘सोचो मत आगे बढ़ो’,
‘अब इंतज़ार के मौसम गए ‘,
‘जिंदगी हर पल घटते रहने का,
‘इशारा रोज़ करती है ‘|
[2]
‘दूसरों की गल्ती छमा करना ,
‘भूल सुधारना , बेहद कठिन है ‘,
‘दंड तो कोई भी दे देगा ,
‘सिर्फ अहं-भाव की जरूरत है ‘|
[3]
‘अपनी गल्तियों से सबक सीखो ‘,
‘पुनराव्रत्ति से बचो ‘,
‘गल्तियों के शहज़ादे एक दिन’ ,
‘नष्ट हो ही जाते हैं ‘|
[4]
‘दुःख का कोई खरीदार नहीं होता’,
‘कर्मानुसार पधार जाता है’,
‘सुख’ एक मन की अनुभूति है’,
‘चाहे जब आज़मा लेना ‘|
[5]
‘हम दिल साफ रखते है परंतु , लोग चेहरा देख कीमत लगाते हैं ‘,
‘दोमुखे चेहरों की भरमार है , हकीकत कुछ भी नहीं ‘|
[6]
‘लम्हों की तरह आओ ,
‘सदियाँ बीत जाने पर जाना ‘,
‘बहुत कुछ कहना / सुनना बाकी है ,
‘अरमान पूरे होने दो ‘|
[7]
‘तुझे फुर्सत मिले , इस इंतज़ार में फुर्सत से बैठे हैं ‘,
‘कुछ अपनी कह देते, कुछ तुम्हारी सुन लेते, इतनी तमन्ना है’|
[8]
‘किसने कहा ‘सब्र और सहनशीलता’,
‘कमजोरी की श्रेणी है ‘,
‘ये अंदरूनी ताकत का खजाना’,
‘हर किसी के पास नहीं होता ‘|
[9]
‘अपनी गल्तियों पर हँसे लेकिन कुछ सीखते भी जाएँ’,
‘उलझनें जीवन का हिस्सा हैं , बस सुलझाते जाईये’|
[10]
‘सब के दिलों में बसता हूँ ,
‘इसे मेरी आदत समझ ‘,
‘इसी को इबाबत भी समझ ,
‘कोई इसे इश्क समझे तो समझे ‘|