खुशी का समंदर तुम्हारे अन्दर ही समाया हुआ है ,
सारे जमाने में खुशी का जखीरा ढूंढते फिर रहे हो ,
ये दौलत , हवेली , शानो -शौकत में ढूंढने से क्या होगा ?
आडंबरों से पीछा छुड़ा , सुसंगति की हाला पी ,खुद को तराश |
खुशी का समंदर तुम्हारे अन्दर ही समाया हुआ है ,
सारे जमाने में खुशी का जखीरा ढूंढते फिर रहे हो ,
ये दौलत , हवेली , शानो -शौकत में ढूंढने से क्या होगा ?
आडंबरों से पीछा छुड़ा , सुसंगति की हाला पी ,खुद को तराश |
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