[1]
‘तू सच्चाई का साथी बन’ ,’अच्छाई को गले लगा ,’
‘यदि दोनों नदारत हैं तुझमें ‘,’तू जीने का हकदार नहीं ‘|
[2]
जो वक्त की कीमत नहीं समझता , सिर्फ पछतावा बचा रहता हैं केवल ‘,
‘क्यों न वक्त के साथ बदलना सीखें , हर पल का आनंद लेने लंगे |
[3]
‘ मैं अच्छा हूँ या बुरा , कुछ भी मालूम नहीं है ‘ ,
‘हर व्यक्ति मुझसे बेहतर है ”यह आंकलन है मेरा ‘|
[4]
‘जिन रिस्तों का अंत नहीं होता ‘,
‘अनंत काल तक चलते हैं ,’
‘क्यों न ऐसे कर्म करते चलें’ ,
‘देर तक याद रखते रहे सारे ‘|
[5]
‘अगर तुम पत्थर दिल इंसान हो ‘,
‘हर हाल में जी जाओगे ,’
‘हम तो अहसासों के मारे हैं ‘,
‘कैसे जीयें , तू ही बता ,?
[6]
‘योगी ‘ बनने को किसने कहा’ ,
‘उपयोगी’ और ‘सहयोगी’ बनों ,
‘अपनी ‘सहयोगिता ‘ अर्जित करो ‘,
‘ प्रेम से जियो सदा ‘|
[7]
‘ रिस्ते खराब कर लिए परंतु ‘ ,’ कभी झुके नहीं ,’
‘झुक कर ही सलाम होती है’ ,’सब कुछ खरीद लेती है ‘|
[8]
‘ सूरज निकल गया ‘, ‘अंधेरा मिट गया , ‘तू सोया पड़ा है ‘ ,
‘काश !तेरी आँख खुल जाती’,’तू जान जाता ,रोशनी क्या है ?