एक महान और पवित्र त्योहार ” क्रिसमस ”
“जीसस क्राइस्ट ” एक महान व्यक्ति थे | उन्होने समाज को प्यार इंसानियत की शिक्षा दी | उन्होने दुनियाँ के लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया था | इन्हें ईश्वर का एक प्यारा पुत्र माना जाता है |
” मरियम ” ईसा की माँ का नाम था जो खुदाबंद की माँ या मुक़द्दस कुँवारी मरियम भी कहलाती हैं | ये फिलिस्तीन के इलाके गलील के शहर ” नासिरत ” में रहने वाली एक जन्मजात यहूदी औरत थी |
ईसाइयों की मान्यता है की किसी इंसानी दखल के बिना मरियम पवित्र आत्मा के कुदरत से गर्भ रही , क्योंकि वे ईश्वर की चुनिन्दा हस्ती थीं |
युसुफ से शादी करने के बाद वे बेतलहम चली गयी जहां पर ईसा मसीह पैदा हुए | ईसाई में मरियम के प्रति विभिन्न मान्यताएँ हैं |
उस समय के शासकों को जीसस का संदेश पसंद नहीं था इसीलिए उन्होने जीसस को सूली पर लटका कर मार डाला था |
” क्रिसमस ” के दिन ईसाई लोग घर सजाते हैं , नया सामान खरीदते हैं , चर्च में विशेष प्रार्थनाएँ करते हैं , रिस्तेदारों से गले से मिलते हैं , आपस में उपहार देते हैं , केक का विशेष महत्व है | ” क्रिसमस ट्री ” लगाते हैं |