Home कोट्स Motivational Quotes ‘कोशिश’ करने वालों का ‘वक्त’ भी साथ देता है,’कामचोरी’ किस काम की ? कुछ सार्थक छंद |

‘कोशिश’ करने वालों का ‘वक्त’ भी साथ देता है,’कामचोरी’ किस काम की ? कुछ सार्थक छंद |

0 second read
0
0
316

[1]

जरा सोचो
‘कोशिश’  करने  वालों  का  ‘वक्त’  भी  साथ  देता  है,
‘कामचोरी’ जिसके  सिर  पर  सवार  है , खुदा  जाने !

[2]

जरा सोचो
न  ‘ हक ‘  जमाओ ,  न  किसी  पर  ‘ शक ”  जाहिर  करो ,
न  ‘जात’ पूछो,  न ‘जज्बात’ से  खेलो, सिर्फ ‘अपनापन’  दिखाओ !

[3]

जरा सोचो
तेरी ‘जुबान’  में ‘अमृत  और  जहर’ दोनों  हैं, चाहे  जो ‘उगल’, कब  किसने  रोका  है  तुम्हें ?
‘ परिणाम ‘  तुम्हीं  भूखतोगे ,  किसकी  मजाल –  बीच  में  आए  कोई  ?

[4]

जरा सोचो
‘नफरत’  पाल  कर  ‘नुकसान’  कर  लिया ,  सब  ‘ कतराने ‘  लगे,
दिल  में ‘प्यार  का  दिया’ जला  लेता, किसी  के ‘काम’ आ  जाता !

[5]

जरा सोचो
‘वह’  मिलते  तो  हैं  पर  ‘जरूरत’  के  हिसाब  से,
‘प्यार  के  लम्हों’  को  ‘ तराजू ‘  में  तोल  लेते  हैं !

[6]

जरा सोचो
आचार, विचार, व्यवहार, सुंदर  है  तो ,’ मन ‘  को  ‘ मंदिर ‘  समझ,
तेरे  बनाए ‘मंदिर’ में  ‘प्रभु’ नहीं  मिलते, ‘दिल’ में  ही  झांक  लो  भाई !

[7]

जरा सोचो
‘वफा’ की ‘तलाश’  है  हमको , ‘ बेवफाओं ‘  की  भीड़  है  चारों तरफ ,
‘ सच्चे  इंसान ‘  अब  ‘ ढूंढें ‘  नहीं  मिलते ,  करें  तो  क्या  करें  ?

[8]

जरा सोचो
‘रिश्ता’ कायम  रखना  है  तो  दूसरों  की ‘गलतियों’  को  भूलना  सीखो,
दिल – ‘ गुलाब ‘  सा  बना  कर ‘ कांटों  की  चुभन ‘  को  भूलते  जाओ  !

[9]

जरा सोचो
अपनों  के  ‘दिल’  में  बसने  की  ‘इजाजत’  कौन  मांगता  है  ?
‘इंसानियत’ के  पुरजोर  प्रयास, दिल  पर  ‘कब्जा’  करा  देंगे !

[10]

जरा सोचो
थकना , टूटना  और  बिखरना , ‘ हारने ‘  के  स्वरूप  हैं ,
हम ‘अविचल  चुनौती’  से  भिढ़ते  रहे, यही ‘ दृढ संकल्प’  था अपना !

Load More Related Articles
Load More By Tarachand Kansal
Load More In Motivational Quotes

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…