[1]
“रुपया” एक छोटा सिक्का है ,”स्वास्थ” बड़ा सिक्का’ ,
“प्यार” भाग्य का सिक्का,”मित्रता”मिठास का सिक्का ‘,
“रिस्ता” सोने का सिक्का है ,,’जरा संभाल कर रक्खो ‘,
“जिंदगी” को इन सिक्कों से सजाओ’,’आनंद लो इनका’ |
[2]
‘बहुमुखे चेहरों से सख्त नफरत है हमें’ ,
‘वे मौका मिलते ही नई चाल चलते हैं ‘,
‘प्रभु बख्स दो फिरंगी चालों से हमको’ ,
‘कहीं कुआं, कहीं खाई , कहाँ जाएँ बता ‘ ?
[3]
‘जो दूसरों को देख कर जलता है’ ,
‘जल्दी ही बुझ जाता है’ ,
‘महकना शुरू कर दो’ ,
‘सभी देर तक याद रक्खेगें तुझे ‘|
[4]
‘संबंध मधुर रक्खे तो जीवन का
अधूरापन मिट जाएगा’ ,
‘कर्कस बनकर जिया नहीं जाता’ ,
‘प्रेम को प्रगाढ़ करता चल ‘|
[5]
‘मुस्कराते हुए दुआओं का पिटारा
खोल कर लुटाता चल ‘,
‘आज की बाज़ी तुम्हारे हाथ है’ ,
‘कल हाथ में आता नहीं ‘|
[6]
‘दूसरों की अधिक चिंता’ ,
‘खुद के विकास में बाधक है ,’
‘हर रिस्ता दिल से निभाओ’ ,
‘इतना ही समायोचित है ‘|
[7]
‘रिस्ता दिल से निभाओ , अपनाओ’,
‘सबके दिल मे जगह बनाए रक्खो’,
‘यदि रिस्ता निभा कर सबको जताते रहे’
‘करे – कराये पर पानी फिर गया जानो ‘|
[8]
‘मुस्कराने में खर्चा कुछ नहीं’, ‘दुनियाँ खरीदने की ताकत समायी है’ ,
‘चलो मुस्कराना शुरू करके इस हुनर की ताबीर को भी देख लें ‘|
[9]
‘प्यार का अहसास कराने का अंदाज़’ ,
तेरा नज़रअंदाज़ नहीं होता’ ,
‘यादों के साये में खामोश रहते हो’ ,
‘बात करने की ख्वाहिश नहीं होती ‘|
[10]
‘यश-अपयश ,हानि- लाभ , जीवन-मरण ,जीवन के चक्र हैं’,
‘जन्म लिया है तो रूबरू होना पड़ेगा’ ,’इसी का नाम जीवन है ‘|