[1]
‘सफलता और असफलता दोनों’ ,’जीवन के अमूल्य रतन हैं ‘,
‘असफलता’-‘सफलता की पहली सीढ़ी’ तो ‘सफलता’ -‘अमूल्य है ‘|
[2]
‘चहकते मन से हमने चुपचाप’ ,’गुलाब भेजा था उनको ‘,
‘उसकी खुशबू ने ढिंढोरा पीट दिया’ ,’जमाना समझ गया ‘|
[3]
‘बीबी-बच्चों से अधिक काले धन से मुहब्बत है तुझको तभी ‘,
‘कानून से नहीं डरता , सभ कुछ मटियामेट करने में लगा है तू ‘|
[4]
‘जिंदगी का सबब समझ’ , माँ – बाप की कदर करना सीख लो ‘,
‘जान लो’ , ‘अपनी जन्नत की दुनियाँ को पहचान लो’,’आगे बढ़ो’ ,
‘जीवन मे ‘आनंद’,’खुशी’,’प्रेम”शांति’ की बहारें ‘निश्चित आ जाएंगी’ ,
‘दृष्टिकोण बदलेगा’,’प्रगति -पथ पर चलना आ जाएगा तुझको’ |
[5]
‘अरे बादलों ! तुमसे प्रेमिका की तरह’ ,’धीरे बरसने को कहा था ‘,
‘ तुम तो – बीबी की तरह टूट कर बरसे ‘,’ खुदा खैर करे ‘|
[6]
‘जिनकी सोच संकीर्ण होती है ‘,’सफल जीवन नहीं जीता ‘,
‘मिट्टी का घड़ा बनाने के लिए’ ,’आग में तपाना जरूरी है ‘|
[7]
जो पहले से खुश हैं ‘,’ उनके हालचाल पूछते हो सदा ‘,
‘जो तकलीफ में हैं’,’उनके मोबाइल नंबर भूल जाते हो’ ,
‘तुम बड़े खुदगर्ज़ हो’,’सदा अपनी ही चौपड़ बिछाते हो’ ,
‘ये क्यो भूल जाते हो’,’आगे हर पल का हिसाब देना है’ |