[1]
‘अपनों में सही अपनों को ढूँढना,
‘बहुत मुस्किल काम है ‘,
‘कमजोर सोच का अपना भी ,
‘चोट देने में देर नहीं करता ‘|
[2]
‘अगर सब कुछ गोलमोल रक्खोगे ,
तो डब्बा गोल मिलेगा ‘,
‘अगर श्रद्धा से सींचोगे तो पल्लवित
होना सुनिश्चित समझ ‘|
[3]
‘जब भी तुम्हारी याद आती है,
‘मन से चहकने लगता हूँ ‘,
‘तुम्हारे स्नेह की बुँदे ,
‘बिना भिगोये जाती ही नहीं ‘|
[4]
‘ कई बार सोचा हम तुम्हें इतना क्यों याद करते हैं ‘?
‘हर बार भूल जाते हैं ,’रह-रह कर दिल में उतर जाते हो ‘|
[5]
‘अपने दिल में जगह दे कर खुश कर दिया है आपने ‘,
‘प्रभु’ कृपा करके इस कृपालु की’ हर तमन्ना पूरी कर देना ‘|
[6]
‘झूठ’ को कितना भी ‘सत्य’ साबित करने का प्रयास करो ‘,
‘एक दिल पर्दाफाश हो जाएगा’ ,’तुम कुछ नहीं कर पाओगे ‘|