सभी कहते हैं – सब मुकद्दर की बात है – कोई क्या करे ?
परंतु मुकद्दर हमेशा कुछ काम करके ही बनाए जाते हैं ,
खाली न बैठ कुछ काम किया कर , निठल्ला क्यों बनते हो ,
देखते-देखते तुम्हारे मुकद्दर , खुद ही चमकने लग जाएगा |
सभी कहते हैं – सब मुकद्दर की बात है – कोई क्या करे ?
परंतु मुकद्दर हमेशा कुछ काम करके ही बनाए जाते हैं ,
खाली न बैठ कुछ काम किया कर , निठल्ला क्यों बनते हो ,
देखते-देखते तुम्हारे मुकद्दर , खुद ही चमकने लग जाएगा |
Login