Home कोट्स Motivational Quotes ‘काम सच्चे’, ‘भाव सच्चे’ तो ‘सुविचारी प्राणी’ हो,’बिगड़ते’ काम सुधरेंगे, ‘प्रभु कृपा’भी बरसेगी |

‘काम सच्चे’, ‘भाव सच्चे’ तो ‘सुविचारी प्राणी’ हो,’बिगड़ते’ काम सुधरेंगे, ‘प्रभु कृपा’भी बरसेगी |

2 second read
0
0
401

[1]

जरा सोचो
खुद की ‘कमियां’ जान  लेना,फिर  ‘तराशना’, ‘इंसानियत’  का  तगाजा  है,
कोई  ‘ जानबूझ ‘  कर  ‘अनजान’  रहे , तो  ‘क्या  करें’ उनका- बताओ  तो ?

[2]

जरा सोचो
‘ मौका ‘  मिले  तो  ‘ चींटी ‘  भी  ‘ हाथी ‘ को  ‘ समेट ‘  देती  है,
यहां ‘मौके  ही  मौके’  हैं, खुद  अपने ‘सहायक’  बनो, कुछ  करके  दिखाओ !

[3]

जरा सोचो
‘तेरे’  तलबगार  है  इसलिए  तेरे  दर  पर  ‘ हाजिरी ‘  लगाई  है ,
इस ‘जरूरतमंद’  को  ‘प्रभु’-‘ दर्शन’ तो  दो,  कहीं ‘दम’  न  निकल  जाए !

[4]

जरा सोचो
‘युद्ध  उन्मादी’  लोगों  के  बीच, ‘शांति  के  बीज’  बोने  की  कोशिश  तो  कर,
‘आशा  का  दीप’  जला  तो  सही, ‘हिंसात्मक  रूप’  बदल  जाएगा  उसका !

[5]

जरा सोचो
सबसे  ‘ मुस्कुरा  कर ‘ ऐसे  मिलो ,  ‘ गुलाब ‘  भी  शरमा  जाए ,
‘दिन’ ढलते  ही ‘सूरज’  भी  ढलता  है ,परंतु ‘मुस्कुराहट’ ‘चौगुनी’ चमकनी चाहिए !
[6]
जरा सोचो
अगर  ‘भाव  सच्चे’ ‘काम  सच्चे’, ‘सुबिचारी’  प्राणी  हो,
‘बिगड़ते’  काम  सुधरेंगे, ‘प्रभु  की  कृपा’  भी  बरसेगी !
[7]
जरा सोचो
हर  चीज  की  ‘ नकल ‘  करके  ‘आगे’ निकलते  हो , ‘ शर्मिंदा ‘  नहीं  होते ,
‘मैं  बड़ा  भाग्यशाली  हूं’, मेरी ‘किस्मत  की  नकल’ करके  दिखाओ  तो  जाने  तुम्हें !
[8]
जरा सोचो
‘ सरकारी  फैसलों ‘  के  कैप्सूल , सबको ‘ कड़वे ‘  दिखाई  देते  हैं ,
‘कड़वाहट’ झेलो, ‘चिंता’ मत  करो, ‘बीमारियां’ जड़  से  खत्म  हो  जाएंगी !
[9]
जरा सोचो
‘ अच्छी  नियत ‘  किसी  का  ‘ नसीब ‘  बिगड़ने  नहीं  देती,
‘हौसलों  की  उड़ान’ कमजोर  न  पड़े, इतनी  ‘गुजारिश’  है  सबसे !
[10]
जरा सोचो
‘दान’  को  ‘आहुति’ और  ‘प्रभु  की  याद’-‘ समर्पण’ समझ  कर  दीजिए,
इसका ‘अलौकिक’ प्रकाश  है, ‘आंतरिक  आनंद’ का ‘असली  स्वरूप’  है !
Load More Related Articles
Load More By Tarachand Kansal
Load More In Motivational Quotes

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…