‘चाँद – सितारे ‘ ‘ तोड़ने के’ ‘ झूठे सपने मत देखो ‘ .
‘समाज ‘ व ‘ देश ‘ के लिए, ‘ उत्तम कार्य ‘ ‘ करने का संकल्प लो ‘,
‘तुच्छ विचार’ , ‘संकीर्णता ‘ , ‘ हमें पूरी तरह निचोड़ डालेगी ‘,
‘कर्म ‘ ही ‘ हर काल मे महान है ‘, ‘ उसी का दामन थाम लो ‘ |
‘चाँद – सितारे ‘ ‘ तोड़ने के’ ‘ झूठे सपने मत देखो ‘ .
‘समाज ‘ व ‘ देश ‘ के लिए, ‘ उत्तम कार्य ‘ ‘ करने का संकल्प लो ‘,
‘तुच्छ विचार’ , ‘संकीर्णता ‘ , ‘ हमें पूरी तरह निचोड़ डालेगी ‘,
‘कर्म ‘ ही ‘ हर काल मे महान है ‘, ‘ उसी का दामन थाम लो ‘ |
Login