Home कविता ‘ऐसे सोचना भी जीवन में जरूरी है ‘ !

‘ऐसे सोचना भी जीवन में जरूरी है ‘ !

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[1]

‘झूठे लोग और झूठे वायदों’ से ‘तन्हाई’ बेहतर समझ ‘,
‘ दिल  दुखता  नहीं ‘ ,’ गफलत  में  कभी  जीते  नहीं ‘|

[2]

‘मैं , जिस  लायक  था  वैसा  ही   प्रभु  ने  दे  दिया  मुझको ‘,
‘जो  नहीं  मिला  शायद  मैं  उसके  लायक  न  था’,’कोई  अफसोस  नहीं  है ‘|

[3]

मेरा विचार :-
” सूर्य  का  प्रकाश , चंद्रमा  की  शीतलता  , योग , आराम ,  उचित  संतुलित  भोजन  , आत्मविश्वास  और  अच्छा  मित्र  ,                                                   संसार  की  सर्वोत्तम  विधाएँ  हैं  | इन्हें  अपने  जीवन  में  सजाएँ  और  स्वस्थ  जीवन  जिये  ” |

[4]

‘अच्छे  आदमियों  की  तलाश  जारी  है’ ,
‘खुद  को  कभी  तलाशते  नहीं ‘,
‘खुद  को  तलासो  भी  तराशो  भी,
‘उत्तर  भी  तुझमें  ही  मिल  जाएगा ‘|

[5]

‘साथ  रहना  , साथ  जीना, साथ  ही  हँसना -रोना , बेमिसाल  है ‘,
‘सब साथ का  कमाल है’,’अकेले रहने की  रिवायत छोड़  कर देखो ‘|

[6]

‘गल्ती  मेरी  नहीं  थी  फिर  भी  माफी  मांग  ली  मैंने ‘,
‘इसका  ईनाम  ऐसे  मिला ,’वो  खुद गल्ती स्वीकार कर  बैठे ‘|

[7]

‘समस्या  का  हल  ढूँढने  हेतु ,
‘सब्र  का  घूंट  पीना  जरूरी  है ‘,
‘हल  भी  मिल  जाएगा ,
‘भटकने  की  जरूरत  नहीं  होगी ‘|

[8]

‘सत्ता’,’संपत्ति’,’शरीर’ कुछ  निश्चित  समय  के  मेहमान  होते  हैं ‘,
‘समझदारी’,’सत्संग’,’सत्कर्म’  ही  केवल  याद  रखते  हैं  सभी ‘|

[9]

‘समय  अच्छा  नहीं  तो  समझ ,
‘कुकर्मों  का  फल  है  तेरा ‘,
‘समय  सही  चल  रहा  है  तो ,
‘समझ  सुकर्म  उदय  हो  गए  होंगे ‘|

[10]

‘अज़ब  बस्ती  में  रहता  हूँ ‘,
‘किसी  को  किसी  से  कोई  मतलब  नहीं ‘,
‘प्यार  दिखावा  भर  है’,
‘जरूरत  पर  कन्नी  काट  जाते  हैं  सभी ‘|

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