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आरक्षण

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‘आरक्षण ‘   प्रतिदिन   ‘समाज    को     बाँट    रहा   है’ ,

‘और   कुछ   नहीं ‘  ‘योग्यता    के   साथ   अन्याय   है ‘,

‘यह   जाति-प्रथा   को’ ‘ बढ़ावा   नहीं  तो  और  क्या  है ‘ ?

‘आरक्षण   शब्द ‘   को   ‘रुखसत   करो’  ‘ अब   देश  से ‘  |

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