‘आरक्षण की आड़ में दंगे’ , ‘वो’ ‘मानवता को भूल चुके हैं ‘,
‘देश की शांति भंग ‘,’लूटपाट’ ,’अपना घर भरना’ ,’मकसद है उनका,’
‘ जाट आरक्षण आंदोलन में ‘, ‘चारों तरफ तांडव’ ‘दिखाई देता था’ ,
‘किसने उकसाया’ , ‘ किसने सहलाया ‘, ‘कोई तो बताए देश को ‘ |
‘आरक्षण की आड़ में दंगे’ , ‘वो’ ‘मानवता को भूल चुके हैं ‘,
‘देश की शांति भंग ‘,’लूटपाट’ ,’अपना घर भरना’ ,’मकसद है उनका,’
‘ जाट आरक्षण आंदोलन में ‘, ‘चारों तरफ तांडव’ ‘दिखाई देता था’ ,
‘किसने उकसाया’ , ‘ किसने सहलाया ‘, ‘कोई तो बताए देश को ‘ |
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