[1]
‘अपना किरदार शानदार तरीके से निभाओ ,ताकि याद रहे ,’
‘दिल से निकली दुआओं से तेरा नाम अमर हो जाए ‘|
[2]
‘सभी का मरना निश्चित है ,’दिलों में रहना फिर भी नहीं सीखा ,’
‘सत्कर्मों की बौछार क्यों नहीं करता ,’सदभागी’ क्यों नहीं बनता ‘ ?
[3]
‘जिन्हें सब कुछ मिला उन्हें भी जिंदगी से शिकायत है ,’
‘अधूरापन उनको भी सताता है ,’कोई क्या करे उनका ‘?
[4]
‘दौलत चाहे जितनी कमा लें’ ,’कदर पाओगे गुणवान होने पर ,’
‘बेसुरे गीत गाता नहीं कोई’ ,’स्म्रति के गर्भ में खो जाते हैं ‘|
[5]
‘दौलत मिलने से गरीबी नहीं घटती ,इसकी इच्छा घटाने से घटती है’,
‘राजा- महाराजाओं को भी पैगंबर के दरबार में भीख मांगते देखा है’ |
[6]
‘दिल की अदालत में कभी नहीं जाते’ ,’उसकी सुनते ही नहीं ,’
“यह सही फैसलों की अदालत है’ ,’झूठों का जगह नहीं मिलती “|
[7]
सही है – नदी के दो किनारों को ”कभी मिलते नहीं देखा ,’
‘एक साथ चलो’,’मिल कर चलो’ ,’कुछ दिनों का मेला है ‘|
[8]
‘भगवान सदा हितकारी हैं ‘,’दुःख उनके पास होते ही नहीं ,’
;दुःख तो अपने कुकर्मों के कारण’,’तुमने खुद ओढ़ रक्खे हैं ‘|