Home ज्ञान अहंकार की नियति

अहंकार की नियति

4 second read
0
0
1,103

 

संतोष  से , विनम्रता  से  और  झुक  कर , जीवन  में  सब कुछ  मिलता  है ,

अभिमान  में ,दिखावे  में , व्यवहार  में -‘उल्टे रहे’  तो लुटिया  डूब  जाएगी ,

ऊंच- नीच  , नफरत  की  दीवार  सिर्फ  हमारे  मन  के  विभित्स  रूप  हैं  ,

असीम  ताकत  अथाह  ज्ञान  का मालिक ‘रावण’ का जहाज़  भी  डूबते देखा |

 

 

 

Load More Related Articles
Load More By Tarachand Kansal
Load More In ज्ञान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…