
‘अल्लाह ‘ और ‘ भगवान ‘मे ‘फर्क’‘पुजा या इबाबत से’‘पैदा नहीं होता ‘,
‘इंसानियत का रंग ‘ ही ‘सभी मजहबों मे’ – ‘खुदा का रंग होता है’ ,
‘भगवा’ या ‘हरा रंग ‘ हो, ‘इंसानियत का नूर’ ‘ टपकता है हर जगह’ ,
‘इसकी मिट्टी की सुगंध में ‘, ‘सभी एकरस हो गए हैं ‘ –‘देखिये ‘ | | |