अपनी कमजोरी खुल कर स्वीकारना सीखो ,
अपनी खूबियों को भी उभरने का अवसर दो ,
दूसरों की तारीफ में कसीदे घड़ना भी सीखो ,
खुद की तारीफ सुनने को बेताब भी मत रहो ,
बहस से किसी को हरा सकते हो, बदल नहीं सकते ,
फैसला तुम्हारे हाथ है , सोच सिर्फ तुम्हारी है |