‘अगर तुझे खुद पर भरोसा है ‘ , ‘कामयाब समझ खुद को’ ,
आनन्द के एहसास से सरोबर रहो’ , ‘नम्र रहो ‘,’शांत रहो’ ,
‘दुःखी तो हर प्राणी है ‘,’ दुःख छुपा कर मुस्कराता हर जगह ‘,
‘सत्संग की विधा बड़ी विचित्र है ‘, ‘आज़मा कर देख तो सही’ |
‘अगर तुझे खुद पर भरोसा है ‘ , ‘कामयाब समझ खुद को’ ,
आनन्द के एहसास से सरोबर रहो’ , ‘नम्र रहो ‘,’शांत रहो’ ,
‘दुःखी तो हर प्राणी है ‘,’ दुःख छुपा कर मुस्कराता हर जगह ‘,
‘सत्संग की विधा बड़ी विचित्र है ‘, ‘आज़मा कर देख तो सही’ |
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