‘भारत के आवाहन पर’ ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना”अकल्पनीय घटना है ‘,
‘जो बीज बाबा रामदेव ने बोया था’,’उसका आनंद सारा संसार ले रहा है’ ,
‘यह दिवस’- ‘मानस से स्वास्थ को’ ‘समर्द्ध करने को प्रेरित करता है’ ,
‘धर्म’,’मत’,’संप्रदाय’ से हट कर ‘ हर प्राणी को’ ‘जीवन देने की कला ‘योग’ है ‘ ,
‘हमारे प्रधान-मंत्री का प्रयास’ ‘तारीफ-ए-काबिल है’ , ‘ पूर्णतया सार्थक है ‘ ,
‘योग’-‘तनाव-मुक्त करने मैं सक्षम है’ ,’मस्तिष्क -ऊर्जा का नया श्रोत है ‘ |